गुरुवार, 18 अप्रैल 2024

वोट देने जा रहा हूं आप चल रहे है ना मैं जागरूक मतदाता हूं।


 

लोकसभा चुनाव के मतदान दिवस पर अपने पड़ोसी से लेकर सभी रिश्तेदारों और मित्रों को यही कहना है मैं वोट देने जा रहा हूं आप चल रहे है ना मैं जागरूक मतदाता हूं।

मतदान का बड़ा महत्व है। लोकतंत्र में मतदाता सर्वोपरी होता है। चुनाव में मुझे किसे वोट देना है यह अच्छी तरह पता है। मुझे मतदान का महत्व मालूम है। मैं चुनाव में मतदान करने को आतुर रहता हूं। चुनाव में मैं वोट सोच समझकर करता हूं। मैं जागरूक मतदाता हूं।

मैं जागरूक मतदाता हूं। मैं किसी के प्रलोभन में आता हूं मैं लालच में फसकर वोट देता हूं। मैं स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग करता हूं। मैं जागरूक मतदाता हूं। मुझे पता है कि कौन उम्मीदवार अच्छा है किस उम्मीदवार में नेतृत्व की क्षमता है। यह मैं अच्छी तरह जानता हूं। मैं चुनाव में हर पक्ष को ध्यान में रखते हुए अपने स्वयं विवेक से बेहतरीन उम्मीदवार का चयन करता हूं।

मैं जागरूक मतदाता हूं। वैसे राजनीतिक दल तथा उम्मीदवार मुझे अनेक तरह से प्रभावित करने का कैम्पेन चलाते है। चुनाव में मुझे उम्मीदवार अपने कामों के बारे में बताते है भावी कामों की सूची प्रस्तुत करते है। चुनावी रैली में मतदाताओं के लिए अनेक लोक लुभावनी घोषणाएं होती है। राजनीतिक दल के घोषणा पत्र में मतदाता के लिए अनेक काम करने की बातें की जाती है। सोशल मीडिया मंच से मतदाताओं के लिए अनेक सूचनाएं परोसी जाती है।

 

मैं जागरूक मतदाता हूं। चुनाव के समय मैं मतदाता बनकर पक्ष विपक्ष तथा निर्दलीय उम्मीदवार की हर बात को सुनता हूं। पक्ष विपक्ष की विचारधारा और प्रशासन करने की रणनीति को जानने का प्रयास करता हूं। मैं मतदाता चुनाव के समय पक्ष विपक्ष के घोषणा पत्र का अध्ययन करता हूं। वास्तविक घोषणा के महत्व को जानता हूं। मैं जागरूक मतदाता चुनाव प्रचार के लिए उम्मीदवार द्वारा किए जाने वाले हर काम को ध्यान से देखता हूं।

मैं जागरूक मतदाता हूं। चुनाव में जिस उम्मीदवार पार्टी का विजन मिशन और एक्शन अच्छा होता है तथा जो पार्टी समस्याओं को हल कर जन कल्याण के काम को प्राथमिकता देती है। उस उम्मीदवार के बारे में मैं गंभीरता से सोचता हूं। जो उम्मीदवार मुझे अच्छा लगता है तथा जिस उम्मीदवार पर मुझे भरोसा होता है उस उम्मीदवार को मैं वोट देता हूं।

मैं जागरूक मतदाता हूं। मैं अपना वोट अपने विवेक का इस्तेमाल कर देता हूं। वैसे चुनाव से जुड़े पंडित कहते है कि आम मतदाता उम्मीदवारों के प्रलोभन में जाते है पार्टी की विचारधारा के अंध भक्त बन जाते है उम्मीदवार के कथित प्रभाव में उलझ जाते है। कहने वाले कहते है कि मतदाता सोच समझकर वोट नहीं डालते है। लेकिन यह सब कहने की बातें है। मैं जागरूक मतदाता हूं। मैं कभी भी तो किसी के प्रभाव में आता हूं। मैं प्रलोभन के जाल में उलझकर मतदान करता हूं। मैं मतदाता तो सबसे ज्यादा जागरूक और सशक्त हूं। मैं अपने मतदान का उपयोग सोच समझकर करता हूं।

मैं जागरूक मतदाता हूं। मेरे मतदान करने के तरीके को आज तक कोई भी समझ नहीं पाया है गहराई से विश्लेषण नहीं कर पाया है तभी तो चुनाव से जुड़े पंडित की कई भविष्यवाणी चुनाव में गलत साबित हो रही है। मतदाता के मूड को पहचानना बहुत मुश्किल है। मतदाता चुनाव के पहले तक कुछ भी बात सही प्रकट नहीं करता है। मैं जागरूक मतदाता हूं। मैं तो अपनी मर्जी से ही चुनाव में वोट देता हूं।

मैं जागरूक मतदाता हूं। आंकड़ों पर नजर डाले तो मैं मतदाता अब चुनाव में ज्यादा से ज्यादा वोट डालने लगा हूं। चुनाव में अब महिला पुरूष मतदाता अपने वोट का उपयोग करने में आगे रहने लगे है। चुनाव आयोग के मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के चलते ही आज आम मतदाताओं में मतदान करने के प्रति रूझान बढ़ा हैं। आजकल चुनाव आयोग ने अन्य एजेंसियों के साथ मतदाताओं को मतदान करने के लिए प्रेरित करने हेतु अनेक दिलचस्प और रोचक कैम्पेन चला रखा है।

मैं जागरूक मतदाता हूं। मुझे अपने मत का महत्व पता है। चुनाव में एक वोट की कीमत कितनी होती है। यह मैं जानता हूं। लोकसभा चुनाव- 2024 चल रहे है। मैं मतदाता इस चुनाव में अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने का संकल्प लेता हूं।

मैं जागरूक मतदाता हूं। मैं मतदाता अपने सभी भाई-बहनों से अपील करता हूं कि इस बार लोकसभा चुनाव -2024 में मतदान के दिन अवश्य मतदान करें। मतदान सोच समझकर करें। मैं जागरूक मतदाता हूं। मतदान मेरा अधिकार है। मैं मतदाता लोकसभा चुनाव- 2024 के लिए मतदान करने को तैयार हूं।

मैं वोट देने जा रहा हूं रहा हूं आप चल रहे है ना मैं जागरूक मतदाता हूं।

वीरेश दत्त माथुर, 119/126, मानसरोवर जयपुर

 

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